भाग 2
वहीं, पिछले 30 वर्षों में सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार की तीव्र वृद्धि से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में जबरदस्त वृद्धि हुई है। जैसे ही ये उत्पाद अप्रचलित हो जाते हैं या बंद हो जाते हैं या बाजार में नए मॉडल पेश किए जाते हैं, इन अपशिष्ट उपकरणों को कचरे के रूप में फेंक दिया जाता है और ई-कचरा उत्पन्न होता है। पिछले 30 वर्षों में यह ई-कचरा तेजी से बढ़ रहा है और कचरे की वृद्धि दर लगभग 8% प्रति वर्ष है। कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के मुताबिक, हम हर दिन 4 लाख 16 हजार फोन और 1 लाख 42 हजार कंप्यूटर इस्तेमाल में न होने के कारण फेंक देते हैं। 2005 में अकेले यूरोप में 83 लाख से 91 लाख टन ई-कचरा उत्पन्न हुआ था।
ECHO Foundation
भाग्यश्री चेंबूरकर,
कचरे का प्रबंधन और खाद विशेषज्ञ,
9870035189.
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